पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है। भारत में महिलाओं को भगवान की तरह पूजा जाता है। वहीं, उत्तर प्रदेश की बात की जाए तो योगी आदित्यनाथ महिला सुरक्षा को लेकर सबसे ज्यादा एक्शन में दिखाई देते हैं। ऐसे में गाजियाबाद से एक खबर सामने आ रही है, जो महिला सुरक्षा से लेकर स्वतंत्रता के चौथे स्तंभ की सुरक्षा पर बड़े सवाल खड़े करती है। आपको बता देंं कि अवैध निर्माण का खुलासा करने गई एक महिला पत्रकार और उसके साथियों को गाजियाबाद के एक भूमाफिया ने बुरी तरह से पीटा है। इतना ही नहीं पुलिस से शिकायत करने के बाद भी महिला पत्रकार को अभी तक कोई इंसाफ नहीं मिल पाया है। पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या है पूरा मामला
पुलिस को दी शिकायत में नोएडा की रहने वाली प्रिया राणा ने बताया कि वह एक निजी चैनल में बतौर पत्रकार काम करती है। वह अपने कैमरामैन सत्येंद्र और ड्राइवर के साथ गाजियाबाद में अवैध निर्माण की कवरेज करने गई थीं। वहां उनपर जानलेवा हमला कर दिया गया। प्रिया राणा ने बताया कि जब वे अवैध निर्माण की कवरेज कर रहे थे, तो वहां आए एक व्यक्ति ने उनके साथ बदसलूकी की। जब उन्होंने वीडियो बनाई तो वहां 4 स्कॉर्पियो कारें आईं। उनमें से उतरे लोगों ने न्यूज चैनल के ड्राइवर को बाहर खींचा और उनसे बदतमीजी की। उनके कपड़े और बाल भी खींचे गए। कैमरामैन और ड्राइवर की पिटाई की गई और कैमरा तोड़ दिया गया। उनका मोबाइल भी छीना गया है।
पत्रकार ने योगी आदित्यनाथ से भी कार्रवाई की मांग
प्रिया राणा ने बताया कि जान बचाकर लाल कुआं चौकी पहुंचीं, लेकिन चौकी इंचार्ज ने उन्हें सहयोग देने से इनकार कर दिया। बाद में पता चला कि यह भूमाफिया की अवैध कॉलोनी है और उसकी पत्नी बीजेपी से पार्षद हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी कार्रवाई की मांग की है। गाजियाबाद पुलिस प्रशासन अभी तक मामले में ठोस कार्रवाई नहीं कर पाया है।